मालूम सब है पूछते हो फिर भी मुद्दआ' By Sher << मानूस हो चला था तसल्ली से... लगा कर आँख इस जान-ए-जहाँ ... >> मालूम सब है पूछते हो फिर भी मुद्दआ' अब तुम से दिल की बात कहें क्या ज़बाँ से हम Share on: