हाथ दिखला के ये बोला वो मुसलमाँ-ज़ादा By Sher << हिज्र में इक माह के आँसू ... है साया चाँदनी और चाँद मु... >> हाथ दिखला के ये बोला वो मुसलमाँ-ज़ादा हो गया दस्त-ए-निगर अब तो बरहमन अपना Share on: