हाथ दोनों मिरी गर्दन में हमाइल कीजे By Sher << पहले हम ने घर बना कर फ़ास... ऐसे मर जाएँ कोई नक़्श न छ... >> हाथ दोनों मिरी गर्दन में हमाइल कीजे और ग़ैरों को दिखा दीजे अँगूठा अपना Share on: