हवा में जब उड़ा पर्दा तो इक बिजली सी कौंदी थी By Sher << तुम अभी आसमाँ को तकते हो तू तुम समझने लगे हिज्र के... >> हवा में जब उड़ा पर्दा तो इक बिजली सी कौंदी थी ख़ुदा जाने तुम्हारा परतव-ए-रुख़्सार था क्या था Share on: