हवा के दोश पे उड़ती हुई ख़बर तो सुनो By Sher << मैं न दरिया हूँ न साहिल न... वफ़ा परछाईं की अंधी परस्त... >> हवा के दोश पे उड़ती हुई ख़बर तो सुनो हवा की बात बहुत दूर जाने वाली है Share on: