हवा के होंट खुलें साअत-ए-कलाम तो आए By Sher << हाथ से मेरे वो पीता नहीं ... जाने किन रिश्तों ने मुझ क... >> हवा के होंट खुलें साअत-ए-कलाम तो आए ये रेत जैसा बदन आँधियों के काम तो आए Share on: