हज़ार बार हवाओं से दुश्मनी होगी By Sher << या तो दीवाना हँसे या तुम ... जसारत के रहते भी ख़ामोश ह... >> हज़ार बार हवाओं से दुश्मनी होगी बस एक बार चराग़ों से दोस्ती के लिए Share on: