हज़ार जाम छलकते हुए नफ़स-ब-नफ़स By Sher << जहाँ है शे'र चराग़-ए-... हरीम-ए-दिल में जब आता है ... >> हज़ार जाम छलकते हुए नफ़स-ब-नफ़स हज़ार बाग़ महकते हुए क़दम-ब-क़दम Share on: