हक़ीक़ी और मजाज़ी शायरी में फ़र्क़ ये पाया Admin मिज़ाह, Sher हक़ीक़ी और मजाज़ी शायरी में फ़र्क़ ये पाया कि वो जामे से बाहर है ये पाजामे से बाहर है This is a great मजाज़ लखनवी की शायरी. True lovers of shayari will love this मजाज़ शायरी. Share on: