हो गया बंद दर-ए-मै-कदा क्या क़हर हुआ By Sher << जिस से छुपना चाहता हूँ मै... मेरे दुश्मन न मुझ को भूल ... >> हो गया बंद दर-ए-मै-कदा क्या क़हर हुआ शौक़-ए-पा-बोस-ए-हसीनाँ जो तुझे था ऐ दिल Share on: