होगा बहुत शदीद तमाज़त का इंतिक़ाम By Sher << लोग जैसे भी हों पैरों के ... गुम-शुदा मैं हूँ तो हर सम... >> होगा बहुत शदीद तमाज़त का इंतिक़ाम साए से मिल के रोएगी दीवार देखना Share on: