होश जाता रहा दुनिया की ख़बर ही न रही By Sher << दिन में परियों की कोई कहा... मिरे किस काम का है बख़्त-... >> होश जाता रहा दुनिया की ख़बर ही न रही जब कि हम भूल गए ख़ुद को वो तब याद आया Share on: