होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है By Sher << फ़र्ज़ है दरिया-दिलों पर ... रात गुज़रे न दर्द-ए-दिल ठ... >> होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है Share on: