हुआ है चार सज्दों पर ये दावा ज़ाहिदो तुम को By Sher << हम भी क्या ज़िंदगी गुज़ार... होश ओ हवास ओ ताब ओ तवाँ &... >> हुआ है चार सज्दों पर ये दावा ज़ाहिदो तुम को ख़ुदा ने क्या तुम्हारे हाथ जन्नत बेच डाली है Share on: