हुआ है जो सदा उस को नसीबों का लिखा समझा By Sher << हम बहर हाल दिल ओ जाँ से त... फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभ... >> हुआ है जो सदा उस को नसीबों का लिखा समझा 'अदीम' अपने किए पर मुझ को पछताना नहीं आता Share on: