हुआ है यूँ भी कि इक उम्र अपने घर न गए By Sher << वफ़ा का अहद था दिल को सँभ... इक नाम क्या लिखा तिरा साह... >> हुआ है यूँ भी कि इक उम्र अपने घर न गए ये जानते थे कोई राह देखता होगा Share on: