हुआ उजाला तो हम उन के नाम भूल गए By Sher << इस कार-ए-आगही को जुनूँ कह... हर एक रात को महताब देखने ... >> हुआ उजाला तो हम उन के नाम भूल गए जो बुझ गए हैं चराग़ों की लौ बढ़ाते हुए Share on: