हुए ख़त्म सिगरेट अब क्या करें हम By Sher << फिर वही शाम वही दर्द वही ... शहर तलब करे अगर तुम से इल... >> हुए ख़त्म सिगरेट अब क्या करें हम है पिछ्ला पहर रात के दो बजे हैं Share on: