हम जहाँ रहते हैं वो दश्त वो घर By Sher << मुसालहत का पढ़ा है जब से ... हम ने हर ख़्वाब को ताबीर ... >> हम जहाँ रहते हैं वो दश्त वो घर दश्त लगते हैं न घर लगते हैं Share on: