हुस्न है दाद-ए-ख़ुदा इश्क़ है इमदाद-ए-ख़ुदा By Sher << कोई रुस्वा कोई सौदाई है हम को सँभालता कोई क्या रा... >> हुस्न है दाद-ए-ख़ुदा इश्क़ है इमदाद-ए-ख़ुदा ग़ैर का दख़्ल नहीं बख़्त है अपना अपना Share on: