दिल में सज्दे किया करो 'मुफ़्ती' By Sher << लाख सूरज की इनायात रहें म... चलो कहीं पे तअल्लुक़ की क... >> दिल में सज्दे किया करो 'मुफ़्ती' इस में पर्वरदिगार रहता है Share on: