हम से शायद मो'तबर ठहरी सबा By Sher << याद की ख़ुशबू दिल के नगर ... दुनिया से अलैहदगी का रास्... >> हम से शायद मो'तबर ठहरी सबा जिस ने ये गेसू सँवारे आप के Share on: