इब्तिदा-ए-इश्क़ है लुत्फ़-ए-शबाब आने को है By Sher << ये इश्क़ के ख़ुतूत भी कित... जहान-ए-इश्क़ से हम सरसरी ... >> इब्तिदा-ए-इश्क़ है लुत्फ़-ए-शबाब आने को है सब्र रुख़्सत हो रहा है इज़्तिराब आने को है Share on: