ईद-ए-नौ-रोज़ दिल अपना भी कभी ख़ुश करते By Sher << इलाही एक दिल किस किस को द... हर शब शब-ए-बरात है हर रोज... >> ईद-ए-नौ-रोज़ दिल अपना भी कभी ख़ुश करते यार आग़ोश में ख़ुर्शीद हमल में होता Share on: