इधर उधर के सुनाए हज़ार अफ़्साने By Sher << हमारे हाल पे अब छोड़ दे ह... ये अदाएँ ये इशारे ये हसीं... >> इधर उधर के सुनाए हज़ार अफ़्साने दिलों की बात सुनाने का हौसला न हुआ Share on: