इक तू ने ही नहीं की जुनूँ की दुकान बंद By Sher << दिल की बस्ती पुरानी दिल्ल... क्यूँ मेरी बूद-ओ-बाश की प... >> इक तू ने ही नहीं की जुनूँ की दुकान बंद सौदा कोई हमारे भी सर में नहीं रहा Share on: