कोई हरम को गया कोई दैर को ऐ 'बहर' By Sher << वो मिरी आवारागर्दी वो मिर... रात दिन नाक़ूस कहते हैं ब... >> कोई हरम को गया कोई दैर को ऐ 'बहर' हज़ार शुक्र न मैं इस दोराहे में भटका Share on: