इंतिशार-ओ-ख़ौफ़ हर इक सर में है By Sher << आप शर्मिंदा जफ़ाओं पे न ह... लुत्फ़-ए-सोहबत मता-ए-उल्फ... >> इंतिशार-ओ-ख़ौफ़ हर इक सर में है आफ़ियत से कौन अपने घर में है Share on: