इस छेड़ में बनते हैं होश्यार भी दीवाने By Sher << ऐ शैख़ मरते मरते बचे हैं ... वो कहा करते हैं कोठों चढ़... >> इस छेड़ में बनते हैं होश्यार भी दीवाने लहराया जहाँ शो'ला अंधे हुए परवाने Share on: