इस दर्द-ए-जुदाई से कहीं जान निकल जाए By Sher << मिरे दिल के अकेले घर में ... इश्क़ ने जिस दिल पे क़ब्ज... >> इस दर्द-ए-जुदाई से कहीं जान निकल जाए 'आज़ुर्दा' मिरे हक़ में ज़रा यूँ भी दुआ कर Share on: