इस शहर में चलती है हवा और तरह की By Sher << जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान... हम ने कुछ गीत लिखे हैं जो... >> इस शहर में चलती है हवा और तरह की जुर्म और तरह के हैं सज़ा और तरह की Share on: