इस तरफ़ बज़्म में हम थे वो थे By Sher << मिलती नहीं है नाव तो दरवे... मिरी इक ज़िंदगी के कितने ... >> इस तरफ़ बज़्म में हम थे वो थे उस तरफ़ शम्अ थी परवाना था Share on: