इश्क़ की दुनिया में क्या क्या हम को सौग़ातें मिलीं By Sher << तमाम उम्र जो हँसता ही रह ... चंद साँसों के लिए बिकती न... >> इश्क़ की दुनिया में क्या क्या हम को सौग़ातें मिलीं सूनी सुब्हें रोती शामें जागती रातें मिलीं Share on: