इसी फ़लक से उतरता है ये अंधेरा भी By Sher << पहले चिंगारी से इक शोला ब... सोहबत न रख अग़्यार सूँ बे... >> इसी फ़लक से उतरता है ये अंधेरा भी ये रौशनी भी इसी आसमाँ से आती है Share on: