जब बात वफ़ा की आती है जब मंज़र रंग बदलता है By Sher << मौक़ूफ़ फ़स्ल-ए-गुल पे नह... गुज़र जाएगी सारी रात इस म... >> जब बात वफ़ा की आती है जब मंज़र रंग बदलता है और बात बिगड़ने लगती है वो फिर इक वा'दा करते हैं Share on: