जब भी घर के अंदर देखने लगता हूँ By Sher << कितने ही फूल चुन लिए मैं ... लाए जब घर से तो बेहोश पड़... >> जब भी घर के अंदर देखने लगता हूँ खिड़की खोल के बाहर देखने लगता हूँ Share on: