जब भी वालिद की जफ़ा याद आई By Sher << रोके से कहीं हादसा-ए-वक़्... दर-ब-दर होने से पहले कभी ... >> जब भी वालिद की जफ़ा याद आई अपने दादा की ख़ता याद आई Share on: