जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की By Sher << तेरे जाने में और आने में फ़ैसले औरों के करता हूँ >> जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की उस वक़्त अपने दिल की तरफ़ मुस्कुरा के देख Share on: