जब ज़माने का ग़म उठा न सके By Sher << किस लिए कतरा के जाता है म... सभी के हाथ में पत्थर थे &... >> जब ज़माने का ग़म उठा न सके हम ही ख़ुद उठ गए ज़माने से Share on: