जब मोहब्बत का नाम सुनता हूँ By Sher << जो राह अहल-ए-ख़िरद के लिए... यूँ दिल में आज नूर की बार... >> जब मोहब्बत का नाम सुनता हूँ हाए कितना मलाल होता है when mention of love is there aah! i feel such deep despair Share on: