जब तुझे याद कर लिया सुब्ह महक महक उठी By Sher << जल उठे बज़्म-ए-ग़ैर के दर... इन में लहू जला हो हमारा क... >> जब तुझे याद कर लिया सुब्ह महक महक उठी जब तिरा ग़म जगा लिया रात मचल मचल गई when your thoughts arose, fragrant was the morn when your sorrow's woke, the night was all forlorn Share on: