इब्तिदा ये थी कि मैं था और दा'वा इल्म का By Sher << इस से ज़ियादा दौर-ए-जुनूँ... हम ने बुरा भला ही सही काम... >> इब्तिदा ये थी कि मैं था और दा'वा इल्म का इंतिहा ये है कि इस दा'वे पे शरमाया बहुत Share on: