ज़ाहिदा ज़ोहद तू पढ़ा, मैं इश्क़ By Sher << ये बयान-ए-हाल ये गुफ़्तुग... क्या पूछते हो 'अकबर&#... >> ज़ाहिदा ज़ोहद तू पढ़ा, मैं इश्क़ है मिरी और तिरी किताब में फ़र्क़ Share on: