ज़िंदगी भी मिरे नालों की शनासा निकली By Sher << लुत्फ़ आने लगा जफ़ाओं में खुल गए उस की ज़ुल्फ़ के द... >> ज़िंदगी भी मिरे नालों की शनासा निकली दिल जो टूटा तो मिरे घर में कोई शम्अ जली Share on: