ज़िंदगी मैं भी चलूँगा तिरे पीछे पीछे By Sher << उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देख... 'हातिम' उस ज़ुल्फ... >> ज़िंदगी मैं भी चलूँगा तिरे पीछे पीछे तू मिरे दोस्त का नक़्श-ए-कफ़-ए-पा हो जाना Share on: