ज़िंदगी नाम इसी मौज-ए-मय-ए-नाब का है By Sher << आँख भर इश्क़ और बदन भर चा... आएगा मेरे बाद 'फ़रोग़... >> ज़िंदगी नाम इसी मौज-ए-मय-ए-नाब का है मय-कदे से जो उठे दार-ओ-रसन तक पहुँचे Share on: