ज़िंदगी तू ने तो सच है कि वफ़ा हम से न की By Sher << गुलशन-ए-ख़ुल्द में हर-चंद... ज़र्रे ज़र्रे में बिखर जा... >> ज़िंदगी तू ने तो सच है कि वफ़ा हम से न की हम मगर ख़ुद तुझे ठुकराएँ ज़रूरी तो नहीं Share on: