जैसे हर चेहरे की आँखें सर के पीछे आ लगीं By Sher << हिज्र में मिलने शब-ए-माह ... मुँह मेरी तरफ़ है तो नज़र... >> जैसे हर चेहरे की आँखें सर के पीछे आ लगीं सब के सब उल्टे ही क़दमों से सफ़र करने लगे Share on: