जैसे कोई रोता है गले प्यार से लग कर By Sher << ऐसे बंदों को जानता हूँ मै... हर एक के चेहरे पे है तशवी... >> जैसे कोई रोता है गले प्यार से लग कर कल रात मैं रोया तिरी दीवार से लग कर Share on: