ज़ख़्म कब का था दर्द उठा है अब By Sher << आह उस की बे-कसी तू न जिस ... वो जो दरिया के बीच रहता ह... >> ज़ख़्म कब का था दर्द उठा है अब उस के जाने का दुख हुआ है अब Share on: